Singrauli नगर निगम में महापौर और अध्यक्ष खेमों के बीच टकराव एक बार फिर से मंगलवार को खुलकर सामने आ गया। ये टकराव मंगलवार, 27 दिसंबर को परिषद की बैठक के आगाज के ही देखने को मिला। दरअसल, मंगलवार को निगम में एक तरफ परिषद की बैठक आयोजन किया जा रहा था, तो दूसरी ओर निगम के बाहर आम आदमी पार्टी के लोग निगम के कमिश्नर के खिलाफ धरना दे रहे थे। ये धरना इसलिए दे रहे थे कि महापौर रानी अग्रवाल द्वारा बाजार बैठकी वसूली मुक्त करने की घोषणा वाले मुद्दे को परिषद के एजेंडे में शामिल ही नहीं किया गया था। आप के वरिष्ठ नेता कुंदन पांडेय ने कहा है कि महापौर ने अपना वादा पूरा करने के लिए बैठकी वसूली मुक्त करने की जो घोषणा की थी, वह भाजपाईयों को हजम नहीं हो पा रही है। इसलिए वह निगम कमिश्नर को आगे रखकर महापौर की घोषणा को बैठक में शामिल नहीं होने दिये हैं, जबकि ये जनहित से जुड़ा मुद्दा है। इसलिए जरूरत पडऩे पर आम आदमी पार्टी इसका विरोध निगम से लेकर विधानसभा तक करने से नहीं चूकेगी।
बैठक दौरान शुरूआत में चर्चाओं का ये आलम रहा कि जनहित से जुड़े मुद्दों के बजाए पार्षद व सदस्य अन्य मुद्दों पर ज्यादा मशगूल दिखे। बैठक दौरान अव्यवस्थाओं को लेकर भी काफी अजीब स्थिति बनी रही। बैठक में किसके लिए कौन सी जगह तय है, इसे लेकर भी संशय का माहौल बना रहा और लोग परेशान होते रहे। मौके पर कुछ पार्षदों ने तो बैठक में महिला पार्षद के बजाए उनके पति के शामिल होने व सक्रिय होने पर भी सवाल उठाये।