Singrauli के युवाओं में स्किल की कमी है, ऐसा किसी और ने नही बल्कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है। ये आरोप लगाया है Singrauli जिले युवा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह चौहान ने। उन्होंने कहा है कि रविवार को जब CM बैढन में कार्यक्रम दौरान भाषण दे रहे थे तो उन्होंने Singrauli जिले को माइनिंग कालेज की सौगात देने की बात कहते हुए Singrauli के युवाओं के बारे में ये बात कही थी।
पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण ने कहा है कि जिस सिंगरौली के युवा अपने परिवार के साथ अपना भविष्य, घर, हवा, पानी व जमीन समेत सबकुछ दांव पर लगाकर देश को ऊर्जा देने में योगदान दे रहे हैं, ऐसे युवाओं के बारे में CM का कथन एक प्रकार से अपमानित करने वाला भी है। जबकि असलियत यह है कि उर्जाधानी Singrauli के युवा प्रदेश
यहाँ के युवा दुनियाभर में फैला रहे हैं अपनी स्किल की रोशनी
मुख्यमंत्री के इस प्रकार के कथन से Singrauli के युवाओं का मनोबल गिरा है और ये बिल्कुल भी सही नही है। इसलिए CM को यह भी बताना चाहता हूं कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर का इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत अन्य तकनीकी शिक्षा के कालेजो में Singrauli के युवाओ की अच्छी खासी भीड़ रहती है और यहाँ के युवा जिले में ही बल्कि बल्कि प्रदेश, देश और विदेशों में भी अपने स्किल के दम पर अपने क्षेत्र व देश का नाम रोशन कर रहे हैं। यह बात अलग है कि प्रदेश के इस अंतिम छोर में 50वा जिला होने से Singrauli व यहाँ के युवाओं की स्किल मुख्यमंत्री को नहीं दिख रही हो, लेकिन यहाँ के स्किल्ड युवा भले जुगुनू की तरह अपने स्किल की चमक जरूर बिखेर रहे हैं। इसलिए कृपया ध्यान से देख लीजिए।
एडमिशन में यह का कोटा ही फिक्स कर दीजिए
खैर, अगर आपको लग ही रहा है कि यहाँ के युवा स्किल्ड नही हैं तो फिर कुछ ऐसा कर दीजिए कि यहाँ आपके द्वारा खोले जा रहे माइनिंग काले, मेडिकल कॉलेज में यहाँ के स्थानीय युवाओं के एडमिशन का 20-25% का कोटा ही फिक्स कर दीजिए।