मंगलवार, 21 फरवरी को सिंगरौली (Singrauli) नगर निगम (Nagar Nigam) में कुछ कांग्रेस पार्षदों का गुस्सा जमकर फूटा। ये पार्षद इतने आक्रोशित थे कि नगर निगम के अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुये धरने पर बैठ गए। नगर निगम के एकाउंटेंट के कमरे के बाहर कांग्रेस पार्षद अपने अन्य साथियों के साथ फर्श पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
ये प्रदर्शन सिंगरौली नगर निगम के वार्ड क्रमांक 18 के कांग्रेस पार्षद अखिलेश सिंह के नेतृत्व में किया गया था। उनके साथ अन्य कांग्रेस पार्षद रामगोपाल पाल, रविन्द्र कुमार पटेल मुख्य रूप से शामिल रहे।
ये था पार्षदों की नाराजगी का कारण
इस दौरान कांग्रेस पार्षद का आरोप था कि वार्ड 18 समेत कई वार्डों में आज तक विकास से जुड़े निर्माण कार्यों के प्रस्तावों पर टेंडर नगर निगम द्वारा नहीं किए जा रहे है। शुरूआत में तो नगर निगम के अधिकारी बजट नहीं होने का कारण बताकर किनारा कर रहे थे, लेकिन इसके बाद परिषद की बैठक में जब बजट का मसला सुलझा लिया गया तो इसके बाद भी निगम के अधिकारी कोई न कोई कारण बताकर विकास कार्य में बाधा डाल रहे हैं।
समय रहते बैकफुट पर आया ननि
वहीं, आक्रोशित पार्षदों का ये आक्रोशित रवैया देखकर निगम के जिम्मेदार भी उनकी बात सुनने व मानने के लिए मजबूर हो गए। बताया जा रहा है कि ननि कमिश्नर व एकाउंटेंट के द्वारा वार्ड 18 के निर्माण कार्यों की फाइल निकलवाई गई और तत्काल टेंडर के लिए प्रोसेस कराया गया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी पार्षद शांत हुये।
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