पुलिस का सिर चकरा देने ब्लाइंड मर्डर (Blind Murder) की मास्टर माइंड और कातिल भी आखिरकार मृतक की 5वीं पत्नी ही निकली। हम बात कर रहे हैं, सिंगरौली जिले के बैढन थाना क्षेत्र की गोभा चौकी के ग्राम उर्ती के उस ब्लाइंड मर्डर की। जिसमें पुलिस को लाश तो 21 फरवरी को ही बरामद हो गई थी, जब मृतक ग्राम बरदघटा भलछेरा टोला निवासी बीरेन्द्र गुर्जर पिता मोतीलाल गुर्जर उम्र 45 वर्ष की 5वीं पत्नी कंचन गुर्जर ने पुलिस को सूचना दी थी।
लेकिन, मृतक बीरेंद्र की लाश के गले और गुप्तांग को कुल्हाड़ी से काटे जाने से लगी चोंट आदि के निशान भी पुलिस को मिले। फिर मृतक बीरेंद्र गुर्जर की लाश पुलिस को मृतक के घर से करीबन 600-700 मीटर की दूरी पर सड़क के किनारे पडी मिली। इन तमाम पहलुओं से पुलिस को परखने-समझने के बाद भी पुलिस मामले में कुछ समझ नहीं पा रही थी और सोच-सोचकर पुलिस का भी सिर चकरा रहा था कि आखिर मर्डर की वजह क्या हो सकती है और मर्डर किसने किया होगा?
SP के निर्देश पर 3 टीमें की गई गठित
मामले में पुलिस ने फरियादिया 5वीं पत्नी के बयान पर 302 भादवि व मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कट दी। वहीं, इस वारदात की गम्भीरता को देखते हुये SP बीरेन्द्र कुमार सिंह ने CSP देवेश पाठक और थाना प्रभारी बैढन अरुण पांडेय को मामले की गम्भीरता से विवेचना करने का आदेश दिया। इस प्रकरण की विवेचना में थाना प्रभारी नवानगर को भी शामिल किया गया और फिर कोतवाली पुलिस द्वारा तीन विशेष टीमें गठित की गईं, जो प्रकरण से जुड़ी पड़ताल बारीकी से करनर में जुट गईं।
ऐसे 5वीं पत्नी पर गहराया पुलिस का शक
घटना स्थल के निरीक्षण, गवाहों के बयान व अन्य कई सबूत गोपनीय तरीके से पुलिस निकालने लगी। इस पड़ताल में मृतक की 5वीं पत्नी कंचन गुर्जर के बयान में पुलिस को कुछ विरोधाभास मिले और पुलिस को उस पर शक हुआ। फिर क्या था पुलिस ने फिर पड़ताल की और कंचन से कड़ाई से पूछताछ की, वह असलियत बताने से खुद को रोक नहीं सकी।
इस वजह से की मर्डर की प्लानिंग
मृतक बीरेन्द्र गुर्जर की 5वीं पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसका पति उसके साथ मारपीट कर उसे प्रताडित करता था। उसके पति की पहले की चार पत्निया उसकी मारपीट व प्रताड़ना के कारण उसे छोड़कर चली गयी थी। पति की प्रताड़ना से प्रताडित होकर पत्नी आरोपिया कंचन गुर्जर अपने पति बीरेन्द्र को जान से मारने की योजना बनाई थी।
5वीं पत्नी ने ऐसे की पति की हत्या
प्लानिंग के अनुसार आरोपिया 5वीं पत्नी कंचन गुर्जर ने घटना से 15 दिन पूर्व दो पत्ता नींद वाली 20 गोली ली और दिनांक फिर 20 फरवरी को जब उसका पति बीरेन्द्र गुर्जर दोपहर लकड़ी काटकर घर आया तब आरोपिया कंचन गुर्जर ने उसके खाने में नींद की 20 गोली पीसकर भोजन मर मिला दी। जिससे मृतक बीरेन्द्र खाना खाने के बाद अपने कमरे में सो गया, जब बीरेंद्र गहरी नींद व बेहोसी की हालत में था तब आरोपिया 5वीं कंचन ने पति का गला दबाकर हत्या कर दी और उस कमरे में बाहर से ताला लगा दी। जब बच्चे स्कूल से वापस घर आये और पिता के बारे पूछे तो आरोपिया 5वीं पत्नी बतायी की पापा लकड़ी काटने गये है।
ऐसे लाश की लगाई ठिकाने
फिर करीब रात 1 बजे जब बच्चे सो गये तब योजना अनुसार आरोपिया 5वीं पत्नी ने अपने पति की लाश को कथरी में लपेटकर रस्सी से बांधकर साइकिल के फ्रेम वाले भाग में रखकर घर से करीब 600-700 मीटर दूर ग्राम उर्ती में रोड़ के किनारे एकांत स्थान पर ले जाकर फेंक दी थी और वहीं पुलिस एवं परिवार को गुमराह करने के लिये कुल्हाड़ी से मृतक के गले व गुप्तांग में काट कर चोंट पहुचायी, जिससे सभी को लगे कि ये हत्या अवैध संबंध के कारण हुयी है।
सबूतों को जला व छिपा दी थी
शव को ठिकाने लगाने के बाद आरोपिया 5वीं पत्नी के द्वारा मृत पति के कपड़े, चप्पल, कथरी, कुल्हाडी, रस्सी आदि को जला दी थी तथा नींद की गोली के रेपर को गेंहू के खेत में फेंककर छुपा दी थी व घटना में उपयोग की गयी सायकल कमरे में रख दी थी।
पुलिस ने आरोपी 5वीं पत्नी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने विवेचना में मिले साक्ष्य के आधार पर मामले में धारा 201 भादवि बढाई गयी और आरोपिया 5वीं पत्नी कंचन गुर्जर के कब्जे से साक्ष्य एकत्रित कर आरोपिया कंचन गुर्जर पत्नी स्व. बीरेन्द्र कुमार गुर्जर उम्र 32 वर्ष निवासी बरदघटा भलछेरा टोला चौकी गोभा थाना वैढन जिला सिंगरौली को 1 मार्च को गिरफ्तार किया गया और 2 मार्च को न्यायालय पेश किया गया।
पुलिस टीम को किया जाएगा पुरस्कृत
पुलिस अधीक्षक सिंगरौली द्वारा इस ब्लाइंड मर्डर की पड़ताल में लगी सम्पूर्ण पुलिस टीम को इस उल्लेखनीय कार्य के लिए नगद पुरस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी है।
इन पुलिस कर्मियों का रहा अहम योगदान
निरीक्षक अरुण कुमार पाण्डेय, निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी, उनि. अखिलेश अग्निहोत्री, उनि उदयचंद करिहार, उनि. विनोद सिंह, सउनि. छत्रपाल पाण्डेय, सउनि पप्पू सिंह, अरविन्द द्विवेदी, म.प्रआर सोहागिया पटेल, प्र.आर. नंदकिशोर बागरी, अतुल तिवारी, जितेन्द्र सेंगर, आर. देवेन्द्र सिंह एवं आर. अभिमन्यू उपाध्याय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
ये भी पढ़िए-
होमगार्ड व SDRF ने रेस्क्यू कर निकाला 70 फीट गहरे कुएं से शव, जानिए कैसे?