Covid-19 व इन्फ्लूएंजा (Influenza) के केस भारत में बढ़ते जा रहे हैं। खासकर पिछले कुछ समय से देश में Covid-19 (कोविड-19) व इन्फ्लूएंजा (Influenza) के केसों में कुछ ज्यादा ही इजाफे देखे जा रहे हैं। ऐसे में इन हालातों को लेकर बुधवार को PM नरेंद्र मोदी ने एक हाईलेवल मीटिंग की।
बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में PM मोदी ने Covid-19 व इन्फ्लूएंजा (Influenza) के बढ़ते केसों के मौजूदा स्थिति और इनसे जुड़े बचावो आदि की जानकारी ली। साथ ही मीटिंग दौरान PM मोदी द्वारा Covid-19 व इन्फ्लूएंजा (Influenza) से बचाव को ज्यादा से ज्यादा प्रभावी करने पर जोर दिया गया है। साथ ही मीटिंग में इस बात पर ज्यादा जोर दिया गया है कि ज्यादा से ज्यादा जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए।
इनकी भी PM ने की समीक्षा
इस हाईलेवल मीटिंग में PM मोदी ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक संबंधी तैयारी, टीकाकरण अभियान की स्थिति, कोविड-19 के नए वेरिएंट और इन्फ्लुएंजा (Influenza) के वेरिएंट का संक्रमण आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी लेकर अधिकाररियों से चर्चा की है। यह हाईलेवल मीटिंग देश में इन्फ्लुएंजा (Influenza) के मामलों में वृद्धि और पिछले 2 हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को ध्यान में रखते की गई है। ये जानकारी PIB द्वारा जारी की गई है।
साप्ताहिक संक्रमण दर 0.98 प्रतिशत
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वास्थ्य सचिव द्वारा विश्व भर में कोविड-19 (Covid-19) स्थिति को कवर करते हुए भारत में इसके बढ़ते मामलों के बारे में एक व्यापक प्रस्तुति दी गई। PM को बताया गया कि 22 मार्च, 2023 को समाप्त सप्ताह में भारत में नए मामलों में मामूली वृद्धि देखी गई है, औसत दैनिक मामले 888 और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.98% दर्ज की गई है। हालांकि, उसी सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर 1.08 लाख दैनिक औसत मामले दर्ज किए गए हैं।
PM का निर्देश, बढ़ाए जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing)
इस मीटिंग के दौरान अधिकारियों ने PM मोदी को देश में विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों में एच1एन1 और एच3एन2 के मामलों की अधिक संख्या के संबंध में इन्फ्लुएंजा (Influenza) की स्थिति से अवगत कराया। PM ने अधिकारियों को निर्दिष्ट इंसाकॉग जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) प्रयोगशालाओं के साथ संक्रमण के नमूनों के संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) को बढ़ाने का निर्देश दिया। यह नए वेरिएंट की ट्रैकिंग, यदि कोई हो, और समय पर उससे निपटने में मदद करेगा।
मास्क पहने व भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहे
PM ने मरीजों, स्वास्थ्य पेशेवरों और स्वास्थ्य कर्मियों दोनों द्वारा अस्पताल परिसर में मास्क पहनने सहित कोविड उपयुक्त व्यवहार पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जब वरिष्ठ नागरिक और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाते हैं तो मास्क पहनने की सलाह दी जाए।
PM ने राज्यों के लिए क्या कहा?
उन्होंने निर्देश दिया कि राज्यों के साथ आईआरआई/एसएआरआई मामलों की प्रभावी निगरानी और इन्फ्लुएंजा (Influenza), सार्स-सीओवी-2 और एडेनोवायरस के परीक्षण का पालन किया जाए। इसके अलावा, PM ने पर्याप्त बिस्तरों और स्वास्थ्य क्षेत्र में मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा और कोविड-19 के लिए आवश्यक दवाओं और रसद की उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
निगरानी की आवश्यकता
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड-19 महामारी खत्म नहीं हुई है और नियमित आधार पर देश भर में स्थिति की निगरानी करने की आवश्यकता है। PM ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार की 5-गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने, प्रयोगशाला संबंधी निगरानी बढ़ाने और सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों की जांच करने की सलाह दी। यह सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल नियमित रूप से आयोजित की जानी चाहिए कि हमारे अस्पताल सभी आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं।
हाईलेवल की मीटिंग में ये रहे शामिल
PM ने समुदाय से श्वसन स्वच्छता का पालन करने और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर कोविड उचित व्यवहार का पालन करने का आह्वान किया। बैठक में PM के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी.के. पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, औषधि सचिव और जैव प्रौद्योगिकी सचिव, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक, प्रधानमंत्री कार्यालय में सलाहकार अमित खरे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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