Singrauli Breaking: मिनीरत्न NCL (एनसीएल) अब अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) करके कोयला निकलेगा। इस सवाल का जवाब हां है, क्योंकि इस संभावना की तलाश जोर शोर से चल रही है। दरअसल,
ये ताज़ा खबर सामने आई है मिनीरत्न NCL (एनसीएल) के सिंगरौली स्थित कोल माइंस एरिया में चल रही अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) की संभावनाओं की तलाश से।
जानकारी के अनुसार, मिनीरत्न NCL (एनसीएल) के सिंगरौली स्थित कोल माइंस परिक्षेत्र में अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) की संभावनाओं की ये तलाश सीएमपीडीआई (CMPDI) द्वारा की जा रही है। हालही में सीएमपीडीआई (CMPDI) की स्पेशल टीम इस संभावना की तलाश में फील्ड में उतरी थी। सीएमपीडीआई (CMPDI) की इस खोजबीन को हालही में मिनीरत्न NCL (एनसीएल) की सोशल नेटवर्क प्लेटफार्म पर कंपनी की ओर से साझा किया गया है।
Singrauli Breaking: मिनीरत्न NCL ने खुद साझा किया
मिनीरत्न NCL (एनसीएल) के सोशल नेटवर्क प्लेटफार्म में साझा जानकारी के मुताबिक, मिनीरत्न NCL (एनसीएल) के मेन बेसिन में अंडरग्राउंड माइनिंग (underground Mining) द्वारा कोयला उत्पादन शुरू करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
Singrauli Breaking: CIL के यूजी विजन प्लान के तहत तलाश
अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) की तकनीक से कोयला उत्पादन बढ़ाने के सीआईएल (CIL) के यूजी विजन प्लान के तहत ये तलाश की जा रही है। साथ ही ऊर्जा के क्षेत्र में राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिनीरत्न NCL (एनसीएल) वर्ष 2030 तक भूमिगत खदानों से 10 एमटीपीए कोयला उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रहा है।
Singrauli Breaking: तलाश में ये अधिकारी रहे शामिल
अंडरग्राउंड माइनिंग (Underground Mining) की संभावनाओं की तलाश में जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीक/पी एंड पी), एनसीएल ने गुरुवार को सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय निदेशक, महाप्रबंधक (कॉर्पोरेट योजना), महाप्रबंधक (पर्यावरण एवं वन) के साथ सिंगरौली कोलफील्ड के मुख्य बेसिन में सीआईएल कोयला ब्लॉकों का दौरा किया है। इसमें सीएमपीडीआई मुख्यालय के भूमिगत खनन प्रभाग के विशेषज्ञ थे।
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