कमिश्नर ने नामांतरण के 91, बंटवारा के 44 तथा सीमांकन के 308 प्रकरण लंबित रहने पर नाराजगी जताई। बटवारा प्रकरण का अवलोकन करते हुए निर्धारित दस्तावेजों की कमी के कारण पटवारी धुंआडोल संतोष कुमार साकेत को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर ने कहा कि अभियान के दौरान प्रत्येक पटवारी के कार्यों का मूल्यांकन करें। प्रकरणों के निराकरण, नक्शा तरमीम तथा राजस्व प्रकरणों में रिपोर्ट समय पर उपलब्ध न कराने वाले लापरवाह पटवारियों पर कार्यवाही करें।
कमिश्नररीवा ने निर्देश दिया कि अभियान के समापन पर अपेक्षा अनुरूप प्रगति नहीं पाये जाने पर लापरवाह पटवारियों के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए।
राजस्व महाअभियान में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर कमिश्नर ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्व महाअभियान के दौरान प्रकरणों के निराकरण के लिए विशेष प्रयास करें। नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन के शतप्रतिशत प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करें। सभी निराकृत राजस्व प्रकरण ऑनलाइन अनिवार्य रूप से दर्ज करें। कमिश्नर ने कहा कि जिन प्रकरणों की सुनवाई पूरी हो गयी है। उनके आदेश तत्काल जारी करें। प्रत्येक प्रकरण की नोटशीट पीठासीन अधिकारी नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए स्वयं की ओर से लिखे।
कलेक्टर ने ये निर्देश दिए
सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने बताया कि राजस्व महाअभियान में निर्धारित बिन्दुओं के राजस्व प्रकरण शत-प्रतिशत निराकृत कर लिये जायेंगे। कलेक्टर उपखण्ड अधिकारियों को अभियान की नियमित समीक्षा करने तथा प्रगति से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।निरीक्षण के दौरान उपखण्ड अधिकारी मझौली आर पी त्रिपाठी, तहसीलदार मड़वास सुषमा देवी रावत सहित राजस्व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।