कालागढ़ (Kalagarh) प्रभागीय वनाधिकारी शालिनी जोशी (Forest Officer Shalini Joshi) ने बताया कि शनिवार शाम वन कर्मियों की एक टीम कॉर्बेट नेशनल पार्क में भ्रमण कर रही थी। भ्रमण के दौरान टीम को कॉर्बेट नेशनल पार्क की उत्तराखंड (Uttarakhand) सीमा के पास सेमलखलिया (Semalkhaliya) गांव के सावल्दे स्रोत पर एक मृत बाघिन मिली, जिसकी उम्र करीब 8 से 9 साल है और उनके सभी अंग सुरक्षित हैं।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा नियुक्त पैनल सदस्यों की उपस्थिति में बाघिन के शव का पोस्टमार्टम किया। बाद में शव को जलाकर नष्ट कर दिया गया।
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बाघिन की मौत का रहस्य
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर बाघिन की मौत का कारण प्राकृतिक मौत है। हालांकि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पता चलेगा। पार्क निदेशक धीरज पांडे ने भी घटनास्थल का दौरा किया। संभागीय पशु चिकित्सा अधिकारी दुष्यंत कुमार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा नियुक्त पैनल सदस्यों की उपस्थिति में बाघ के शव का पोस्टमार्टम किया। बाद में शव को जलाकर नष्ट कर दिया गया।