Lalitpur News: ललितपुर (Lalitpur) थाना पुलिस (police station) ने शनिवार को छापेमारी (raided) कर नकली नोटों (fake notes) के साथ चार नकली कारोबारियों को गिरफ्तार (arrested) कर लिया। उनके पास से 98 हजार रुपये के नकली नोट (fake notes) बरामद हुए।
पकड़े गए जालसाजों ने बताया कि वे उत्तराखंड (Uttarakhand) से नकली नोट (fake notes) छापकर ललितपुर (Lalitpur) समेत अन्य जिलों में खपाते थे। वो लोग सिर्फ 100-200 रुपये के नोट छापते थे. पुलिस के मुताबिक इस गिरोह का नेटवर्क उत्तराखंड (Uttarakhand) से लेकर नेपाल तक फैला है। न्यायिक अधिकारी महरौनी के नेतृत्व में थानाध्यक्ष सौंजना अपने हमराहियों के साथ उल्दना गांव के पास वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी अलग-अलग बाइक पर चार लोग आते दिखे. जब उसे रोका जाता है तो वह भागने लगता है, किसी तरह उसे रोकता है और पकड़ लेता है। उनकी तलाशी के दौरान 98 हजार रुपये के नकली नोट (fake notes) बरामद हुए. पकड़े गए आरोपी (accused) जाखलौन के पिपरई निवासी आशीष परिहार के पास से पांच हजार रुपये बरामद हुए। गिरार थाने के रमगरा गांव निवासी संजय उर्फ संजू बृजवान से बीस हजार टका बरामद हुआ। गिरफ्तार आशीष परिहार ने बताया कि वह पत्थर का काम करता था. पत्थर के काम में कर्ज के चलते 23 जनवरी को आगरा रेलवे स्टेशन पर उसकी मुलाकात उत्तराखंड के उधम सिंह नगर निवासी वासुभाई से हुई, जिसके आधार पर उसने उसे जल्द ही करोड़पति बनने का सपना दिखाया।
पुलिस अधीक्षक मोस्ताक (Superintendent of Police Mostak) ने बताया कि नकली नोट (fake notes) छापने वाले गिरोह का नेटवर्क नेपाल, उत्तराखंड से लेकर ललितपुर तक फैला हुआ है। उन्होंने बताया कि लुटेरा गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया है।
डकैत गिरोह ने एक टीम का गठन किया
डकैत गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया गया है
उसने उससे करीब 4 लाख रुपये के नकली नोट (fake notes) लिए और उसे ललितपुर शहर और आसपास के जिलों में खपाया। उन्होंने बताया कि उनके गिरोह का सरगना बासुभाई उर्फ बलवंत सिंह उत्तराखंड में गुरुजी नामक कारीगर से नकली नोट (fake notes) छपवाकर उसे देता था।
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