NCL Singrauli: कोल इंडिया (Coal India) की स्टार रेटिंग में सिंगरौली जिले में स्थित मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की 7 खुली कोयला खदानों को 5-स्टार खदान का दर्जा मिला है और इन खदानों ने कई अवार्ड भी जीते है।
दरअसल, कोल इंडिया की स्टार रेटिंग में मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की इन सातों 5-स्टार खदानों ने कुल 14 अवार्ड भी जीते हैं। मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की इन सातों 5-स्टार खदानों को बुधवार को कोयला मंत्रालय द्वारा दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में समारोह में सम्मानित किया है। जहाँ मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) के सीएमडी भोला सिंह ने केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी से ये पुरस्कार ग्रहण किये।
मिनीरत्न एनसीएल (miniratna ncl) 5-स्टार दर्जे व 14 पुरस्कार वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक के चार वर्षों के लिए दिये गये हैं।
स्टार रेटिंग प्रणाली के पीछे क्या उद्देश्य?
बता दें कि कोयला मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की सात खदानों के साथ देशभर से कुल 48 खुली खदानों को भी इन अवार्ड्स से पुरस्कृत किया गया है। कोयला मंत्रालय द्वारा शुरू की गई स्टार रेटिंग प्रणाली का उद्देश्य खदानों को 7 प्रमुख मानकों जैसे कि खनन कार्य संचालन, पर्यावरण से जुड़े मानकों, प्रौद्योगिकियों को अपनाने, श्रेष्ठ खनन व्यवहारों, आर्थिक प्रदर्शन, पुनर्वास और पुन: स्थापन व श्रमिक संबंधी अनुपालन और सुरक्षा व बचाव में विभिन्न कारकों के आधार पर मूल्यांकन करना है। कोयला मंत्रालय द्वारा स्टार रेटिंग पुरस्कारों को देने का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा बढ़ाकर व सतत खनन पद्धतियों को प्रोत्साहित कर देश में कोयला खनन के समग्र निष्पादन और निरंतरता को बढ़ाना भी है।
ये हैं मिनीरत्न एनसीएल की 5-स्टार खदानें
– कृष्णशिला परियोजना को 4 पुरस्कार 2018-19, 2019-20, 2020-21 व 2021-22 के लिए दिया गया।
– निगाही परियोजना को 3 पुरस्कार 2019-20, 2020-21 व 2021-22 के लिए दिया गया।
– जयंत परियोजना को 2 पुरस्कार 2020-2 व 2021-22 के लिए दिया गया।
– अमलोरी परियोजना को 2 पुरस्कार 2018-19 व 2021-22 के लिए दिया गया।
– खड़िया परियोजना को 1 पुरस्कार 2021-22 के लिए दिया गया।
– बीना परियोजना: 1 पुरस्कार 2021-22 के लिए दिया गया।
– ककरी परियोजना: 1 पुरस्कार 2020-21 के लिए दिया गया।
समारोह में ये हुये शामिल
अवार्ड समारोह में केन्द्रीय कोयला मंत्री के अलावा कोयला सचिव अमृत लाल मीना, चेयरमैन कोल इंडिया लिमिटेड पीएम प्रसाद, अपर सचिव कोयला मंत्रालय एम नागराजू समेत देशभर से कोयला जगत के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही मिनीरत्न एनसीएल से कृष्णशिला के जीएम सुमन सौरभ, निगाही के जीएम हरीश दुहन, जयंत के जीएम एएन पांडेय, अमलोरी के जीएम आलोक कुमार, खडिय़ा के जीएम राजीव कुमार, बीना के जीएम इंद्रजीत सिंह व ककरी के जीएम नलिन खुल्बे भी उपस्थित रहे।
मिनीरत्न एनसीएल की इस उपलब्धि का श्रेय किसे दिया?
मिनीरत्न एनसीएल की इस विशिष्ट उपलब्धि का श्रेय सीएमडी भोला सिंह व निदेशक कार्मिक मनीष कुमार, निदेशक वित्त रजनीश नारायण, निदेशक तकनीकी/संचालन जितेंद्र मलिक, निदेशक तकनीकी/परियोजना एवं योजना एसपी सिंह, मुख्य सतर्कता अधिकारी रविंद्र प्रसाद ने एनसीएल की कार्य संस्कृति व यहां के कर्मियों के प्रतिबद्धता एवं समर्पण को दिया है।
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