Singrauli News: इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी सिंगरौली (Indian Red Cross Society Singrauli) द्वारा संचालित बालिका खुला आश्रय गृह की बालिकाओं द्वारा डीडीआरसी सभागार में विभिन्न चित्र कलाओं के आधार पर हस्त निर्मित आर्टिफिशियल ज्वेलरी (artificial jewellery) एवं राखी तैयार कर स्टॉल लगाया गया जिसमें बेहतरीन कलेक्शन की भरमार है।
यह कार्यक्रम मुख्य अतिथि माननीय पुलिस अधीक्षक महोदया निवेदिता गुप्ता एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिंगरौली न्यायाधीश सुशील सिंह चौहान एवं सचिव सुधीर सिंह राठौड़ के उपस्थिति में संपन्न हुआ। रेडक्रॉस चेयरमैन एस डी सिंह के द्वारा आए हुए अतिथियों का अपने उद्बोधन में स्वागत किया गया एवं रेडक्रॉस की गतिविधियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। मुख्य अतिथि महोदया द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि शोषित वंचित बालिकाओं को शिक्षा, पोषण, एवं कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्य इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी सिंगरौली द्वारा संचालित बालिका खुला आश्रय गृह के माध्यम से किया जा रहा है जिससे उनको प्रशिक्षण प्रदान कर समाज के मुख्य धारा में जोड़कर बालिकाओं के भविष्य को संवारा जा सके। अपने उद्बोधन में उन्होंने बालिकाओं के प्रति कहा कि यह समाज जितना पुरुषों का है उतना ही महिलाओं का भी है मां बाप एक माध्यम होते है, सभी का अपना स्वाभिमान होता है आप उस लहजे से केवल अपनी सोच को बदलिए अपने आप बहुत कुछ बदल जाता है। आश्रय गृह के बालिकाओं को खूब पढ़ो आगे बढ़ों के साथ ही बालिकाओं द्वारा हस्त निर्मित राखी की प्रशंसा किया एवं सभी को पढ़ लिख कर उच्च शिक्षा हासिल कर अपने जीवन को परिवर्तित कर लक्ष्य हासिल करने हेतु आशीर्वचन एवं शुभकामनाएं प्रदान किया।
कार्यक्रम के दौरान आश्रय गृह के कोऑर्डिनेटर शिरीन खान के द्वारा आश्रय गृह के कार्यों के बारे एक प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया एवं उसके बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।
उनके द्वारा हस्त निर्मित आर्टिफिशियल ज्वेलरी एवं राखियों की रचनात्मक कलाकृतियों को भी बखूबी सराहा गया तथा रेसिन राखी, कुंदन राखी, मीनाकारी राखी, क्ले राखी इत्यादि प्रकार की राखियां एवं विभिन्न प्रकार के आर्टिफिशियल आभूषण के यूनीक डिजाइन तैयार किए गए है जिसमें मध्य प्रदेश के साहित्यिक कलाओं के आधार पर उसमें कलाकृति को दर्शाया गया एवं राखी के अभिकल्पना भी बहुत ही सुंदर एवं मनमोहक थी जो कि काफी किफायती दामों पर उपलब्ध थी। जिसमें उपस्थित अतिथियों एवं नागरिकों ने सामग्रियों को क्रय किया। आज के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन अंतिम पंक्ति की बच्चियों को मुख्य धारा में जोड़ने हेतु, कूड़ा कबाड़ एवं पन्नी बिनना छोड़ मान सम्मान के साथ हस्त कला के हुनर के माध्यम से भी पैसा अर्जित किया जा सकता है। हस्त कला से अर्जित किए हुए पैसे को देखकर बालिकाओं के चेहरे पर खुशी का भाव स्पष्ट दिख रहा था।
इस अवसर पर आश्रय गृह की बालिकाओं द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक महोदया के कलाई पर राखी बांधा गया और समाज में यह संदेश दिया गया कि महिला सशक्तिकरण , शिक्षा, जागरूकता, साक्षरता और प्रशिक्षण के माध्यम से बालिकाओं की स्थिति को ऊपर उठाना शामिल है । साथ ही वहां पर उपस्थित रेडक्रॉस चेयरमैन एवं प्रबंध समित के सदस्यों के कलाई पर बालिकाओं द्वारा रक्षा सूत्र बांध कर शुभाशीर्वाद प्राप्त किया गया ।
कार्यक्रम का सफल मंच संचालन रेडक्रॉस सचिव डॉ डी के मिश्रा द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन मनोरमा शाहवाल के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के इस शुभ अवसर पर बाल कल्याण समिति के सदस्य आरती पांडे, सीएमपीडीआई कंपनी जयंत से नितिन कुमार एवं रेडक्रॉस सोसायटी के वाइस चेयरमैन गोविंद प्रसाद पाण्डेय, सचिव डॉ डी के मिश्रा, जी.पी.सिंह, ब्लड सेंटर मेडिकल डायरेक्टर डॉ आर डी द्विवेदी, डॉ आर डी पांडे, जितेंद्र सिंह, राजा राम केशरी, बबिता जैन एवं रेडक्रॉस सदस्य अमित राज की गरिमामय उपस्थिति रही।
साथ ही रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित बालिका खुला आश्रय गृह में कार्यरत सेवायुक्तों द्वारा अथक प्रयास कर आर्टिफिशियल ज्वेलरी एवं राखी को निर्मित करने में बालिकाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मेहनत किया गया । इस नेक कार्य हेतु सभी को बधाई दिया गया एवं अन्य विभागों में कार्यरत सेवायुक्तों द्वारा भी कार्यक्रम को सफल बनाने में बहुत ही सराहनीय सहयोग किया गया।
कार्यक्रम के अंत में बालिका आश्रय गृह के सभी बालिकाओं को उपहार प्रदान किया गया एवं सौहार्द पूर्ण वातावरण में कार्यक्रम का समापन किया गया।
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