Rihand Dam: भारी बारिश के कारण सोनभद्र-सिंगरौली रिहंद डैम का जलस्तर रौद्र रूप अख्तियार किए हुए है।
हालात ये है कि रिहंद डैम का जलस्तर खतरे के निशान 870 फीट से ऊपर पहुंच रहा है और लगातार बढ़ते जल स्तर से हालत इतने गंभीर हो गए हैं कि सिंगरौली जिले के ढोटी में जहां नगर निगम का वाटर प्लांट स्थित है, वहां ऊफान मार रहे रिहंद का जल स्तर इस प्लांट तक पहुंच गया। जिसमें प्लांट के ट्रांसफार्मर, बिजली लाइन की केबल आदि सेटअप के नीचले तल तक डैम का पानी पहुंच गया। वहीं, प्लांट के इंटकवेल भी प्रवेश करने से लगभग आधा फिट की दूरी तक डैम का पानी पहुंच गया। जिससे इस पूरे प्लांट में डैम का पानी कभी भी प्रवेश करने का खतरा उत्पन्न हो गया। इस वजह से मंगलवार की दोपहर को वहां से प्लांट के सभी कर्मचारियों को नगर निगम ने हटवा दिया।
बढ़ते जल स्तर को लेकर अलर्ट जारी…
सोनभद्र में ओबरा बाँध के अधिशासी अभियन्ता के द्वारा जारी सूचना में बताया गया है कि ओबरा बाँध के अपस्ट्रीम के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण ओबरा बाँध के 5 अदद गेट (संख्या 8,7, 9, 6 एवं 10) दिनांक 17.09.2024 को प्रातः आंशिक रूप से खोला गया है, उक्त से रेणु/सोन नदी के जल स्तर वृद्धि होगी। सूचनीय है कि रिहंद डैम का जलस्तर पूर्ण क्षमता 870.00 फीट के सन्निकट है एवं जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, तथा इनके गेटों को भी शीघ्र ही खोले जाने की पूर्ण संभावना है। रिहंद डैम से निस्सरित जल ओबरा बाँध से होते हुये रेणु/सोन नदी में प्रवाहित होने के कारण ओबरा बाँध के डाउन स्ट्रीम में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अतः ओबरा बाँध के डाउन स्ट्रीम के निवासियों/ आने जाने वाले सर्वसाधारण को सचेत किया जाता है कि नदी का जलस्तर बढने के कारण सुरक्षा के दृष्टिगत नदी के आस-पास न जायें एवं नदी के तलहटी के निवासीगण सुरक्षित स्थान पर शीघ्र प्रस्थान कर जायें।
जिला मुख्यालय में ननि की वाटर सप्लाई ठप, पानी की किल्लत
जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय Waidhan में ननि के ढोटी प्लांट के सोमवार की रात देर रात से ही बिजली की सप्लाई पूर्ण रूप से ठप हो गई थी। इस दौरान ही रिहंद डैम का जल स्तर तेजी से बढ़ने से वहां के कर्मियों को हटाकर प्लांट का पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था। जिसके कारण पूरे शहर क्षेत्र में पानी की सप्लाई भी ठप हो गई है और भारी वर्षा के दौर में पाने के पानी के लिए किल्लत भी मचने लगी है।
आठ वर्ष में ऐसा दूसरी बार कि रिहंद के गेट खुले
अहम बात ये भी सामने आयी है कि पिछले करीब आठ वर्षों में ऐसा दूसरी बार हुआ, जब रिहंद डैम के गेट खोलने पड़े हैं और ये दोनों अवसर इस बार के हैं, जिसमें कुछ दिन पहले 8 गेट खोले गये थे और अब तीन गेट खोले गये। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिक्षेत्र में भारी वर्षा का स्तर किस कदर जोरो पर बना रहा।
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