बल्कि, रीवा एयरपोर्ट का फायदा मऊगंज से लेकर सीधी, सिंगरौली, सतना, मैहर जिलेवासियों को सीधे मिलेगा। क्योंकि इस तमाम जिलों में कोई भी एयरपोर्ट नहीं है। इसके अलावा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा क्षेत्र के लोगों को भी इस एयरपोर्ट का फायदा मिल सकेगा। यानी कुल मिलाकर पूरे विंध्य क्षेत्र से लेकर आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए रीवा एयरपोर्ट लाभदायक साबित होगा।
एयर कनेक्टिविटी होने से यहां विकास को भी रफ्तार मिलेगी। रीवा एयरपोर्ट सरकार की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक- UDAN) योजना के तहत बनाया गया है। इसका उद्देश्य विमान यात्रा को आम जनता के लिए आसान बनाना है। इससे छोटे शहरों के बीच एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इसके अलावा अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया प्लान
रीवा एयरपोर्ट को अगले 50 सालों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। रीवा से हवाई यात्रा करने वाले यात्री बिना किसी असुविधा के रीवा एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। रीवा में पहले से बनाए गए रिंग रोड के चलते सीधी और सतना जिले से यात्रियों का आना-जाना काफी बढ़ गया है। सिंगरौली का पॉवर प्लांट, विंध्य की 29 बड़ी इकाइयां, बेहतरीन हाई-वे, मुकुंदपुर व्हाइट सफारी, बंधावगढ़ नेशनल पार्क, संजय नेशनल पार्क, एशिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट, खूबसूरत जलप्रपात, भगवान श्रीराम की तपोवन भूमि चित्रकूट, मैहर की शारदा मां और सीमेंट के बड़े उद्योग होने से रीवा एयरपोर्ट की महत्वता और भी बढ़ जायेगी।