MahaKumbh 2025: प्रयागराजमहाकुंभ में संगम तट पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 90 घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया। ये जानकारी प्रयागराज मेला प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है।
हालांकि, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में प्रयागराजमहाकुंभ की भगदड़ में 35 से 40 लोगों की मौत कही जा रही है। वहीं, घटना के बाद से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक्शन मोड में आ चुकी है। रात को CM योगी ने टॉप अफसरों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की और महाकुंभ में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई।
बताया जा रहा है कि प्रयागराजमहाकुंभ की भगदड़ के बाद IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है।
बता दें कि 2019 के अर्धकुंभ का आयोजन गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर कराया था। उस समय भानु DM और प्राधिकरण के VC थे, आशीष गोयल इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेला के प्रभारी भी थे। ये भी जानकारी सामने आ रही है कि पांच अन्य विशेष सचिव रैंक के अनुभवी अधिकारियों को भी महाकुंभ भेजा गया है।
इससे पहले कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ भगदड़ हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बैरिकेड टूटने का कारण हादसा हुआ। भारी भीड़ के कारण यह घटना घटी। इसमें 90 लोग घायल हुए थे। घायलों में से 30 लोगों की मौत हो गई। सीएम योगी ने कहा कि घटना की तीन सदस्यों के कमेटी जांच करेगी। मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुंभ भगदड़ हादसे की गई न्यायिक जांच की घोषणा के बाद यूपी सरकार ने तीन सदस्यीय जांच कमिटी का गठन कर दिया है। महाकुंभ हादसे की जांच इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस हर्ष कुमार की अध्यक्षता में होगी। इसमें रिटायर्ड आईपीएस वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह सदस्य बनाए गए हैं। “सीएम योगी को सुनने क्लिक करिए“