कचरे में होता है 50 फीसदी प्रतिबंधित प्लास्टिक
यह कैफे तीन स्थानों पर शुरू होने जा रहे हैं, जहां लोग आसानी से कचरा लाकर सामान या पैसे ले सकेंगे। कैफे बाजार दर से 5 रुपए ज्यादा कीमत देगा। यानी 15 रुपए की जगह 20 रुपए प्रति किलो प्लास्टिक खरीदेगा। शहर में निकलने वाले प्लास्टिक कचरे का 50 फीसदी प्रतिबंधित होता है। इसे अलग करना अब सस्ता और सरल होगा। इस कैफे मॉडल से न केवल शहर साफ होगा, बल्कि सामाजिक बदलाव भी आएगा।
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कैसे करेगा बदलाव
● कचरे के बदले भोजन-थोड़ा भी कचरा लाने पर छोले-चावल और सब्जी रोज जैसा पौष्टिक भोजन मिलेगा।
● महिलाओं को मिलेगा रोजगार-स्व-सहायता समूह की महिलाएं कैफे का संचालन करेंगी। ● प्रोत्साहन के साथ जागरुकता- यह पहल लोगों को कचरा अलग करने और पुनर्चक्रण के लिए प्रेरित करेगी। ● बाजार से बेहतर कीमत- ई-कचरा, कागज और प्लास्टिक को उपचार योग्य रूप में संग्रह किया जाएगा।