‘अमर उजाला संवाद’ का मंच एक बार फिर तैयार है। पहली बार यह संवाद भारत के हृदय यानी मध्य प्रदेश में होने जा रहा है। 26 जून को राजधानी भोपाल के ताज लेकफ्रंट होटल में यह ‘संवाद’ होगा, जहां अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियां जुटेंगी। इस दौरान वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) अजेंद्र बहादुर सिंह भी मंच की शोभा बढ़ाएंगे। वे पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और इस्राइल-ईरान संघर्ष की वजह से बिगड़े पश्चिम एशिया के हालात पर बात कर सकते हैं। वे भविष्य की जंगों नौसेना की भूमिका और अहमियत पर भी बात कर सकते हैं।
भारतीय नौसेना के पूर्व फ्लैग ऑफिसर
वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) अजेंद्र बहादुर सिंह भारतीय नौसेना के पूर्व फ्लैग ऑफिसर हैं। 2023 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने 2021 से पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) के रूप में कार्य किया। इससे पहले उन्होंने भारतीय नौसेना के पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) के रूप में कार्य किया। इस नियुक्ति से पहले उन्होंने पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्य किया। वे एकीकृत रक्षा स्टाफ (सिद्धांत संगठन प्रशिक्षण) के उप-प्रमुख भी थे।
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राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) एबी सिंह को 01 जुलाई 1983 को भारतीय नौसेना में नियुक्त किया गया था। वे नेविगेशन और एयरक्राफ्ट डायरेक्शन के विशेषज्ञ हैं। उनकी महत्वपूर्ण विशेषज्ञ नियुक्तियों में ऑपरेशन पवन के दौरान INS कामोर्टा और विध्वंसक INS रंजीत के के नेविगेटिंग ऑफिसर के अलावा ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पश्चिमी बेड़े के फ्लीट नेविगेटिंग ऑफिसर शामिल हैं।
कई नौसैन्य जहाजों की कमान संभाली
वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) अजेंद्र बहादुर सिंह ने नौसैन्य जहाजों वीर (मिसाइल पोत), विंध्यगिरी (फ्रिगेट), त्रिशूल (गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट) और विराट (एयरक्राफ्ट कैरियर) की कमान संभाली है। वह एनडीए, खड़कवासला, नेविगेशन एंड डायरेक्शन स्कूल, कोच्चि में प्रशिक्षक और डीएसएससी वेलिंगटन में डायरेक्टिंग स्टाफ भी रहे हैं। उन्होंने नौसेना मुख्यालय में नौसेना योजना निदेशालय में उप निदेशक और प्रधान निदेशक के रूप में काम किया है। उन्होंने प्रधान निदेशक के रूप में रणनीति, अवधारणा और परिवर्तन निदेशालय की भी स्थापना की थी।
VSM, AVSM, PVSM से सम्मानित
2012 में फ्लैग रैंक में पदोन्नत होने के बाद से उन्होंने नौसेना मुख्यालय में फ्लैग ऑफिसर एओबी प्रोजेक्ट, असिस्टेंट चीफ ऑफ नेवल स्टाफ (नीति और योजना) और फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट के पदों पर कार्य किया। राष्ट्र के प्रति उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए फ्लैग ऑफिसर को 2011 में विशिष्ट सेवा पदक, 2016 में अति विशिष्ट सेवा पदक और 2022 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था।