मप्र के मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात, विकास कार्यों के लोकार्पण के लिए दिया निमंत्रण

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भोपाल, 23 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की और उनसे राज्य में होने वाले किसानों के एक सम्मेलन सहित कई अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने का आग्रह किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान के मुताबिक यादव ने प्रधानमंत्री को प्रदेश की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें मध्यप्रदेश में विकास कार्यों के लोकार्पण तथा भूमि-पूजन कार्यक्रमों के लिए निमंत्रण दिया।

इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री यादव ने बताया कि जल संरक्षण के उद्देश्य से प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत खंडवा जिला भूगर्भ-जल भंडारण में पूरे देश में प्रथम आया है और मध्यप्रदेश ने शीर्ष चार राज्यों में स्थान बनाया है।

मुख्यमंत्री यादव ने प्रधानमंत्री को अभियान के समापन कार्यक्रम में डिजिटल माध्यम से शामिल होने का निमंत्रण दिया।

बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया।

मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री यादव ने प्रदेश में चार स्तंभों-गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी के विकास की दिशा में जारी विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि किसानों की आय बढ़ाने, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को बढ़ावा देने और कृषि आधारित उद्योगों के नए अवसर सृजन करने के उद्देश्य से आगामी 12, 13 और 14 अक्टूबर को सीहोर जिले में दो लाख से अधिक किसानों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इस सम्मेलन के उद्घाटन का निमंत्रण दिया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में केंद्र सरकार के सहयोग से जनजातीय अंचल धार में संचालित पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क विकसित किया जा रहा है।

उन्होंने पार्क के भूमि-पूजन और औद्योगिक खंडों के आवंटन के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दिया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि भोपाल में मेट्रो सेवा इस वर्ष अक्टूबर तक प्रारंभ हो जाएगी, जिसका लोकार्पण करने का न्योता भी प्रधानमंत्री मोदी को दिया।

मुलाकात के दौरान यादव ने नक्सलवाद समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि विगत डेढ़ वर्ष में 10 से अधिक नक्सलवादी मारे गए हैं, जिन पर एक करोड़ 62 लाख रुपये का इनाम था।

उन्होंने कहा कि प्रदेश का बालाघाट एकमात्र नक्सल प्रभावित जिला था, जिसमें तहसील स्तर पर ही कुछ नक्सल गतिविधियां रह गई हैं।

भाषा ब्रजेन्द्र खारी

खारी

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