भाजपा शासन में संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं लेकिन पार्टी आपातकाल की बरसी मना रही: कांग्रेस |

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ग्वालियर, 25 जून (भाषा) मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पिछले 11 वर्षों में देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई गईं लेकिन सत्तारूढ़ दल आपातकाल लागू होने की 50वीं बरसी मना रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा आपातकाल की बरसी मनाने का उद्देश्य खरीद-फरोख्त के जरिए निर्वाचित सरकारों को गिराना और दलितों, आदिवासियों व महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के अपने स्वयं के कुकृत्यों को छिपाना है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, प्रदेश पार्टी प्रमुख जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर यहां आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

मेला ग्राउंड के पास सूर्य नमस्कार चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया गया।

सिंह ने इस दौरान कहा, “हम भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर वे उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ परिसर में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति नहीं देते हैं, तो यह माना जाएगा कि वे संविधान के मुख्य निर्माता के खिलाफ हैं।”

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ने संविधान को जलाया और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

उन्होंने कहा, “आज यह साबित हो गया कि हम संविधान बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि वे इसे संविधान हत्या दिवस के रूप में मना रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस में यही अंतर है। आप आपातकाल की 50वीं बरसी मना रहे हैं, लेकिन पिछले 11 वर्षों में उनके (भाजपा के) शासन के दौरान संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।”

सिंह ने कहा, “अगर आपको संविधान से इतना ही प्यार है तो आप ग्वालियर में उच्च न्यायालय के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति क्यों नहीं देते हैं।”

पटवारी ने कहा कि बुधवार को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाया जाना चाहिए क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा जनता को कई तरह से प्रताड़ित कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए निर्वाचित सरकारों को गिराने, प्रदेश और देश में दलितों, आदिवासी समुदाय और महिलाओं पर अत्याचार जैसे अपने कुकृत्यों को छिपाने के लिए आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ मना रही है।”

इस बीच, भाजपा की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष सरोज पांडे ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी के नेता उपवास कर रहे हैं लेकिन ऐसा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा, “भाजपा आज देश में आपातकाल की बरसी को काले दिवस के रूप में मना रही है। इंदिरा गांधी ने अपने परिवार और प्रधानमंत्री पद को बचाने के लिए आपातकाल लगाया था। कांग्रेस आज (बुधवार को) ग्वालियर में उपवास कर रही है, लेकिन उन्हें ऐसा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि उन्होंने आपातकाल के दौरान संशोधन कर धाराओं को बदलकर संविधान का मजाक उड़ाया था।”

भाषा सं दिमो जितेंद्र

जितेंद्र

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