ग्वालियर: Gwalior Central Jail: ग्वालियर की सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन कैदी राजीव गौर की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। राजीव गौर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पिछले आठ महीने से जेल में बंद था। उसे दो दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां वेंटिलेटर पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
Gwalior Central Jail: राजीव गौर के परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों और जेल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि राजीव हाई ब्लड प्रेशर का मरीज था और इलाज में कोताही बरती गई। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि जमानत की अर्जी देने के बावजूद उसे जेल में रखा गया और एक साजिश के तहत उसकी जान ली गई
Gwalior Central Jail: दरअसल 25 सितंबर 2024 को ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित बारह बीघा में ठेकेदार नरेंद्र चौहान ने अपनी पत्नी सीमा चौहान और बेटे को गोली मारकर हत्या कर दी थी और बाद में खुद भी आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले सीमा चौहान ने अपनी हथेली पर सुसाइड नोट लिखा था जिसमें अपने भाई राजीव गौर को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था।
Gwalior Central Jail: सुसाइड नोट में सीमा ने लिखा था मेरा भाई हमारी मौत का जिम्मेदार है मेरी सरकार से अपील है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए- सीमा चौहान। सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने राजीव गौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
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Gwalior Central Jail: कैदी की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस और परिजन अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने मौके पर हंगामा किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की मजिस्ट्रियल जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।