जबलपुर। Jabalpur Acid Attack: आप सब ने मशहूर गाने ‘दुश्मन ना करे दोस्त ने वो काम किया है.. उम्र भर का ग़म हमें ईनाम दिया है’ तो सुना ही होगा। गाने की ये पंक्तियां जबलपुर में हकीकत बन गई। यहां एक युवती ने अपनी ही सहेली पर एसिड अटैक कर दिया। एसिड अटैक में बुरी तरह झुलसी युवती का इलाज करवाया जा रहा है। इधर पुलिस ने आरोपी युवती को गिरफ्तार कर लिया है।
दुश्मन बना दोस्त
दरअसल, 21 साल की श्रद्धा और 22 साल की इशिका दोनों पक्की सहेलियां साथ में पढ़ीं, खेली हर सुख-दुख में साथ रहीं, लेकिन कहते हैं ना कि, जब दोस्ती में जलन की भावना आ जाए तो दोस्त से दुश्मन बनने में देर नहीं लगती। दुश्मन बना दोस्त जब घाव देता है उसका दर्द सहा नहीं जा सकता। ऐसा ही हुआ जबलपुर की श्रद्धा दास के साथ। श्रद्धा के पिता अच्छी जॉब में थे तो उसे सभी सुख सुविधाएं मिलती थी। स्टेटस सिंबल माना जाने वाला आईफोन भी श्रद्धा के पास था और घूमने फिरने के लिए अच्छी कार भी थी। उधर इशिका के हालात उलट थे। पिता की नौकरी ना होने से घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। आईफोन और कार होना तो दूर की बात। फिर भी श्रद्धा और इशिका की दोस्ती बरकरार थी।
मां के सामने किया अटैक
इस दोस्ती में जलन का जहर तब घुल गया जब एक साल पहले श्रद्धा की जॉब लग गई। इशिका उससे जलने लगी। बात-बात पर उससे विवाद करने लगी। श्रद्धा ने जब इशिका से दूरी बनानी शुरु कर दी तो इशिका को मानों आग लग गई, फिर हुआ वो जिसकी उम्मीद एक दोस्त से कतई नहीं की जा सकती। इशिका ने श्रद्धा के घर पहुंचकर उसे दो मिनट मिलने के लिए बाहर बुलाया। माँ के मना करने पर भी जैसे ही श्रद्धा बाहर निकली वैसे ही इशिका ने अपने पास रखा एसिड श्रद्धा के चेहरे पर फेंक दिया। जिसके बाद श्रद्धा की आवाज सुनकर माँ ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां गंभीर हालत में श्रद्धा का इलाज जारी है।
आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
Jabalpur Acid Attack: इधर, एसिड अटैक की ख़बर पाकर ही पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने फुर्ती दिखाते हुए आरोपी इशिका को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने इस वारदात के पीछे सहेलियों के बीच ईर्ष्या होना ही वजह बताया है। जांच में पता चला कि, इशिका ने श्रद्धा को सरप्राईज देने की बात कहकर उसे घर से बाहर बुलाया था। अपनी ही सहेली से मिले इस दर्दनाक सरप्राईज़ की कल्पना श्रद्धा ने कभी नहीं की होगी, लेकिन यही उसके लिए हकीकत बन गया। इस गुनाह की तफ्तीश जारी है, लेकिन ये गुनाह फिर समाज को एक बड़ा सबक दे गया है।