भोपाल: FIR On Jitu Patwari कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी खुद पर हुई FIR पर आज पलटवार के मूड में नजर आए। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होकर दावा किया, चुनौती दी, तकरीबन धमकी भी दी। भारी-भरकम शब्दों और आरोपों से वो लैस नजर आए। पर सवाल ये है कि क्या कांग्रेस की सियासत आक्रामक अंदाज से बदल जाएगी। क्या इसी से सरकार को प्रेशर में लाना मुमकिन होगा..पटवारी कांग्रेस राज फिर लाने का दावा तो करते हैं। पर क्या बीते चुनाव के बाद से कांग्रेस में कोई ऐसा बड़ा चेंज वाकई में वो ला पाए हैं। अधिकारियों को फिर एक बार पक्षपाती करार देते दिखे, लेकिन सिस्टम एक तय कायदे से ही चलेगा। चाहे सरकार किसी की भी हो। ये बात शायद वो भूल गए। हमारा सवाल ये है कि जरा देर से आई पटवारी की प्रतिक्रिया क्या इतनी मारक थी कि व्यवस्था की बुनियाद में जुंबिश हो। सवाल ये भी कि क्या शोर-शराबे और बोलबचन वाली सियासत से कांग्रेस का भला हो सकेगा?
FIR On Jitu Patwari कांग्रेस के निशाने पर फिर ब्यूरोक्रेसी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कह रहे हैं कि अधिकारी सत्ता के दबाव में जो पाप कर रहे हैं उन्हें उसकी सजा जरुर मिलेगी। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के ये बयान बता रहा है कि कांग्रेस किस हद तक ब्यूरोक्रेसी से नाराज़ है।
दरअसल जीतू पटवारी की नाराजगी की वजह अशोकनगर में सरपंच के लोधी समाज के शख्स को मल खिलाने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर डालने के बाद हुई पुलिसिया कार्रवाई है। पुलिस ने 2 दिन पहले ही जीतू पटवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है। पुलिस का दावा है कि पटवारी ने वीडियो के जरिए जातीय वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की है। खैर,इस मामले पर जमकर सियासत भी हो रही है। जीतू पटवारी और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने एसपी कलेक्टर को ये चैलेंज दिया है कि 7 जुलाई तक एफआईआर वापस नहीं हुई तो पूरी कांग्रेस अशोक नगर का घेराव करेगी।
जाहिर है कांग्रेस की ब्यूरोक्रेसी से ये नारज़गी नयी नहीं है। कांग्रेस इससे पहले भी ब्यूरोक्रेसी पर अपनी हार की भड़ास निकालती रही है। कांग्रेस इससे पहले भी ये दावा करती रही है कि बीजेपी का बिल्ला लिए घूमने वाले अफसरों को कांग्रेस की चक्की पीस कर रहेगी। फिलहाल कांग्रेस के इस धमकी पर बीजेपी तीखी प्रतिक्रिया दे रही है। बीजेपी कह रही है कि अफसरशाही को धमकी देने की कांग्रेस की पुरानी आदत है।
फिलहाल अशोकनगर के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस पूरी ताकत के साथ 8 जुलाई को अशोकनगर में बवाल काटने की तैयारी मे है।कांग्रेस के सारे दिग्गज इस दौरान अशोकनगर में नज़र आने वाले हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर अशोकनगर में लोधी समाज के शख्स को गंदगी खिलाने वाले मामले की हकीकत क्या है। क्या वाकई ये घटना हुई है अगर नहीं तो फिर कांग्रेस को ऐसी सियासत से परहेज करना चाहिए।