मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को कहा कि सरकार 2021 में छठ पूजा के दौरान कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर श्रद्धालुओं के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेगी और कहा कि शहर भर में 1,000 से अधिक घाट बनाकर राजधानी में यह त्योहार अपने सबसे भव्य पैमाने पर मनाया जाएगा। दिल्ली सचिवालय में बोलते हुए, गुप्ता ने कहा कि उत्तर में पल्ला से लेकर दक्षिण में कालिंदी कुंज तक, यमुना के किनारे 17 मॉडल घाट विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक में टेंट, शौचालय, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था की व्यवस्था होगी। प्रत्येक जिले में कम से कम एक मॉडल घाट होगा, जबकि 200 घाटों पर भोजपुरी और मैथिली में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
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दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता छठ पर्व की तैयारियों को लेकर उपराज्यपाल वी के सक्सेना की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित एक समीक्षा बैठक में शामिल हुईं।
गुप्ता ने एक्स पर एक पोस्ट में बैठक की तस्वीर भी साझा की। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली में छठ पर्व में शामिल हर श्रद्धालु को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस बैठक में दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा और दिल्ली तथा हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि भव्य छठ उत्सव की तैयारी चल रही है और उपराज्यपाल तथा सरकार समेत सभी लोग इसमें जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने हरियाणा के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय से भी बात की।’’
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मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार छठ की छुट्टियों पर भी फैसला लेगी। पूर्वांचली त्योहार छठ को दिवाली के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बड़ी संख्या में लोग मनाते हैं।
दिल्ली में पूर्वांचलियों की अच्छी-खासी आबादी है और कुछ अनुमानों के अनुसार, वे दिल्ली की आबादी के छठे हिस्से से भी अधिक हैं।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आईटीओ छठ घाट का दौरा कर चल रही सफाई और तैयारी का जायजा लिया और सफाई अभियान में भी हिस्सा लिया। इसी प्रकार, सांसद मनोज तिवारी और मंत्री रविंदर इंद्राज ने भी घाटों पर सफाई अभियान का निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश स्थलों पर चिकित्सा वैन, सफाई कर्मचारियों और मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 27 और 28 अक्टूबर को शाम और सुबह, डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए फूलों की सजावट और भव्य प्रवेश द्वारों की योजना बनाई गई है।