Coal Production Record: भारत ने कोयला उत्पादन के क्षेत्र में अप्रैल 2023 के महीने के दौरान उच्चतम कोयला प्रोडक्शन (Coal Production) का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत ने अप्रैल 2022 के दौरान 67.20 मिलियन टन की तुलना में 8.67% की वृद्धि के साथ 73.02 मिलियन टन (एमटी) कोयले का उत्पादन (Coal Production) किया है।
महारत्न CIL (कोल इंडिया लिमिटेड) ने अप्रैल 2023 में 57.57 मिलियन टन का उत्पादन दर्ज किया है, जबकि अप्रैल 2022 में 53.47 मिलियन टन कोयला बाहर आया था, जो 7.67% की बढ़त को दर्शाता है।
Coal Production Record: इस कारण बढ़ा कोयला प्रोडक्शन
कोयला मंत्रालय ने अपने नियंत्रण में आने वाले और निजी कोयला ब्लॉकों की खनन क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करते हुए बाजार में अतिरिक्त कोयला जारी करने का मार्ग प्रशस्त किया है, यही कारण है कि अप्रैल 2022 में उत्पादित 8.41 मिलियन टन के सापेक्ष अप्रैल 2023 में कोयले का उत्पादन (Coal Production) 17.52% बढ़कर 9.88 मिलियन टन (तत्कालिक आंकड़ा) हो गया है।
Coal Production Record: कोयले के डिस्पैच में भी तेज़ी
कुल कोयले का डिस्पैच अप्रैल 2022 के दौरान 71.99 मिलियन टन के मुकाबले 11.76% की तेजी दर्ज की गई है, जो अप्रैल 2023 में 80.45 मिलियन टन तक हो गई है। यह मुख्य रूप से तेजी से निकासी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पीएम गति शक्ति के तहत सभी प्रमुख खानों के लिए रेल संपर्क संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के संदर्भ में कोयला मंत्रालय द्वारा की गई पहल के कारण संभव हुआ है।
Coal Production Record: इससे भी आयातित कोयले पर निर्भरता कम होगी
कोयला मंत्रालय ने कोयले की उपलब्धता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ नीलामी के 7वें दौर के तहत नीलामी हेतु 103 कोयला/लिग्नाइट ब्लॉकों की पेशकश की है और खानों के लिए 29 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनकी नीलामी 6वें दौर में की गई थी। 29 कोयला खदानों का कुल पीआरसी 74 मिलियन टन प्रति वर्ष है। घरेलू उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा की गई पहल के फलस्वरूप देश की आयातित कोयले पर निर्भरता कम होगी और इससे विदेशी मुद्रा की भी काफी बचत होगी।
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