UP News: CM योगी ने कहा है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए रामनाथ गोयनका का योगदान सबके लिए प्रेरणादायी है। गोयनका ने स्वच्छ एवं शुचितापूर्ण मीडिया की स्थापना के लिए मजबूती के साथ मानक गढ़ने का कार्य किया। लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका किस प्रकार की होनी चाहिए, इसका मार्ग भी गोयनका ने दिखाया।
यह अत्यन्त गौरव का विषय है कि प्रदेश की आर्थिक राजधानी नोएडा में रामनाथ गोयनका के नाम पर मार्ग का शुभारम्भ किया जा रहा है।मुख्यमंत्री आज जनपद गौतमबुद्धनगर में रामनाथ गोयनका मार्ग का उद्घाटन करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और लोकतंत्र की जननी है। 48 वर्ष पूर्व इसी दिन (25 जून 1975) देश में लोकतंत्र की स्वतंत्रता को बाधित करने का प्रयास हुआ था।
UP News: रामनाथ गोयनका के नाम पर हुआ मार्ग का शुभारम्भ
25 जून, 1975 का दिन लोकतांत्रिक भारत के लिए काले अध्याय के रूप में जाना जाता है। 48 वर्ष पूर्व इसी दिन देश में लोकतंत्र की स्वतंत्रता को बाधित करने का प्रयास हुआ था। उस समय अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ, अपना सब कुछ दांव लगाकर मीडिया की स्वतंत्रता तथा लोकतंत्र को बचाने के लिए रामनाथ गोयनका ने मीडिया जगत से सर्वाधिक योगदान दिया था। यह ईश्वरीय प्रेरणा तथा संयोग है कि आज 25 जून की तिथि को ही रामनाथ गोयनका के नामपर मार्ग का शुभारम्भ हो रहा है।
UP News: रामनाथ गोयनका का मीडिया की स्वतंत्रता योगदान
मुख्यमंत्री ने रामनाथ गोयनका सहित लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले सभी दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गोयनका मीडिया जगत का चमकता हुआ ध्रुव तारा हैं। जब भी मीडिया की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की बात होगी, तो रामनाथ गोयनका का नाम श्रद्धा और सम्मान के साथ लिया जाएगा।
UP News: गोयनका का राष्ट्रवादी मिशन के साथ जुड़ाव रहा
गोयनका ने महात्मा गांधी की प्रेरणा से वर्ष 1936 में इण्डियन एक्सप्रेस की स्थापना कर उस कालखण्ड में आमजन के स्वर को नई ऊंचाई प्रदान की। बिहार के सुदूर गांव में जन्म लेकर उन्होंने आजादी की लड़ाई में मुखर योद्धा के रूप में कार्य किया। लोकतंत्र की दृष्टि से चुनाव लड़कर गोयनका ने देश की संसद में जाकर आमजन की आवाज को मुखरता प्रदान की। गोयनका का राष्ट्रवादी मिशन के साथ जुड़ाव रहा था।
UP News: CM योगी ने बताई जनपद गोरखपुर स्थित गीता प्रेस घनिष्ठ सम्बन्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में जनपद गोरखपुर स्थित गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ है। गीता प्रेस की स्थापना स्व० जय दयाल गोयनका ने वर्ष 1923 में कुछ सहयोगियों के साथ की थी। गीता प्रेस ने मासिक पत्रिका ‘कल्याण तथा भारत की विरासत से जुड़े विभिन्न धार्मिक साहित्य के माध्यम से परिवारों को जोड़ने का कार्य किया है। गीता प्रेस के आदि सम्पादक हनुमान प्रसाद पोद्दार भाई से गोयनका परिवार का घनिष्ठ सम्बन्ध था।
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