Crime News: राज्य साइबर पुलिस (State Cyber Police) ने बिहार (Bihar) से एक धोखेबाज इंजीनियर (Fraud Engineer) को गिरफ्तार (Arrested) किया है, जिसने ओटीपी पूछकर भोपाल (Bhopal) में एक दंत चिकित्सक (Dentist’s) के खाते से 10 लाख रुपये निकाल लिए थे।
पुलिस (police) ने उसके साथ तीन अन्य युवकों को भी गिरफ्तार किया, जिनके बैंक खातों का इस्तेमाल आरोपी करते थे। इंजीनियर ने क्रेडिट कार्ड शुल्क माफ करने के बहाने खुद को एचडीएफसी बैंक का ग्राहक सेवा अधिकारी बताया। ओटीपी (OTP) के जरिये धोखाधड़ी कर खाते से 10 लाख रुपये निकाल लिये. जांच के बाद पुलिस ने उसके पास से आठ लाख रुपये बरामद कर लिये. यानी ये रकम आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी। बिहार का पता चला तो इंस्पेक्टर नीटू कुंसारिया की टीम बिहार पहुंच गई।
टीम ने चार दिनों तक पटना, मधुबनी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में छापेमारी की और 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें फैजान अली, विकेश कुमार, दीपक ठाकुर और दीपक कुमार शामिल हैं।
2-4 दिन में ही सिम और मोबाइल फोन टूट गया
एसपी ने कहा, फैजान ही इस दुष्चक्र का मास्टरमाइंड है. वह विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों से बीएसएनएल और वोडाफोन-आइडिया कंपनियों के सिम कार्ड खरीदता था।
पुलिस की पकड़ से बचने के लिए वह हर दो-चार दिन में सिम कार्ड और मोबाइल फोन तोड़ देता था।
वह दूसरे शहरों में जाकर एटीएम से अपने बैंक खाते में पैसे निकाल लेता था, ताकि कोई उसे पहचान न सके।
बैंक खातों का इस्तेमाल अक्सर ऐसे लोग करते थे, जो रेस्तरां में कार्ड से भुगतान करते थे।
ऐसे लोगों से बात करने के बाद वह उनका अकाउंट नंबर ले लेता था। बाद में वह कमीशन देता था।
पता लगाते थे- जो पकड़े गए उनसे क्या गलती हुई
आरोपी फैजान ने बिहार गवर्नमेंट कॉलेज से बीटेक किया है. किसी भी साइबर धोखाधड़ी को अंजाम देने से पहले वह इंटरनेट पर उसके बारे में रिसर्च करता था। पुराने समाचार लिंक और वीडियो देखकर उसे पता चला कि पिछले गिरोह ने क्या गलत किया था और पकड़ा गया। गिरफ्तार लोगों में दीपक ठाकुर बीबीए और दीपक कुमार इंजीनियरिंग का छात्र है. जांच में पता चला कि फैजान ने डेंटिस्ट से ठगे गए दो लाख टके में और पैसे जोड़कर नई बाइक खरीदी थी। पुलिस इसे भी जब्त कर लेगी।
ये भी पढ़िए- Crime News: जीएसटी फार्म घोटाले में भाई-बहन गिरफ्तार, 18 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी; जानिए खबर