ministry of coal: भारत सरकार केंद्रीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत सीएमपीडीआई (CMPDI) के माध्यम से दो व्यापक चरणों में कोयले (coal) और लिग्नाइट (lignite) की खोज करती है- (i) क्षेत्रीय खोज और (ii) विस्तृत ड्रिलिंग। एनएमईटी वित्तपोषण के माध्यम से भी कोयले की खोज (discovery of coal) की जाती है। जीएसआई बी कोयला (coal) और लिग्नाइट (lignite) की खोज करता है। पिछले वर्ष (2022-23) में शुरू किए गए कोयला/ लिग्नाइट (coal/lignite)खोज कार्यक्रमों का ब्यौरा संलग्नक में दिया गया है।
राजस्थान (Rajasthan) में कोयले (coal) के किसी भंडार का पता नहीं चला है। 01.04.2022 की स्थिति के अनुसार, जीएसआई द्वारा कोयला (coal) और लिग्नाइट (lignite) के लिए प्रकाशित भारत की सूची के अनुसार, राजस्थान (Rajasthan) में 6457.72 मिलियन टन लिग्नाइट (lignite) संसाधन उपलब्ध है। वर्तमान में नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) द्वारा राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर जिले के बरसिंगसर में 2.1 एमटीपीए क्षमता वाली एक खुली कास्ट लिग्नाइट खदान (lignite mine) का परिचालन किया जा रहा है और राजस्थान (Rajasthan) में फिलहाल नई खनन गतिविधियों के लिए कोई प्रस्ताव नहीं है।
2023-24 में कोयले (coal) की अनुमानित मांग 1196.60 मिलियन टन है। यह जानकारी केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री (Union Minister of Coal, Mines and Parliamentary Affairs) प्रह्लाद जोशी ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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