Medical News: सरकार ने मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) की संख्या में वृद्धि की है और उसके बाद एमबीबीएस (MBBS)/ स्नातकोत्तर (Postgraduate) सीटों में वृद्धि की है।
मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) में 82% की वृद्धि हुई है, जो 2014 से पहले की संख्या 387 से बढ़कर अब 706 हो गई है। इसके अलावा, एमबीबीएस सीटों (MBBS seats) में 112% की वृद्धि हुई है जो 2014 से पहले 51,348 से बढ़कर अब 1,08,940 हो गई है, पीजी सीटों (Postgraduate seats) में भी 127% की वृद्धि हुई है जो 2014 से पहले 31,185 से बढ़कर अब 70,645 हो गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ‘वर्तमान जिला/रेफरल अस्पतालों (District/Referral Hospitals) से जुड़े नए मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) की स्थापना’ के लिए एक केंद्र प्रायोजित योजना (सीएसएस) का संचालन करता है, जिसमें कम सेवा वाले क्षेत्रों और आकांक्षी जिलों (aspirational districts) को प्राथमिकता दी जाती है, जहां कोई मौजूदा सरकारी या निजी मेडिकल कॉलेज (medical colleges) नहीं है। केंद्र और राज्य सरकारों के बीच पूर्वोत्तर और विशेष श्रेणी के राज्यों के लिए 90:10 और अन्य के लिए 60:40 के अनुपात में फंड साझा करना।
इस योजना के तहत, सभी परिकल्पित 157 मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) को तीन चरणों में मंजूरी दे दी गई है, इनमें से 108 मेडिकल कॉलेज (medical colleges) कार्यात्मक हो गए हैं।
योजना के अंतर्गत स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) और पिछले तीन वर्षों में मेडिकल कॉलेजों (medical colleges) को जारी की गई धनराशि का राज्यवार और वर्षवार विवरण इस प्रकार है…
इसके अलावा नए अखिल भारतीय आयुर्विग्य्सं संस्थानों (एम्स- एआईआईएमएस) की स्थापना के लिए केंद्रीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत 22 एम्स को मंजूरी दी गई है। इनमें से 19 में स्नातक पाठ्यक्रम शुरू हो गए हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी है।
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