सोमवार की सुबह 8.47 बजे राजघाट के पुराने पुल के नीचे 25 जेसीबी लोडर चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर करीब 1 हजार ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लोड कर रहा था। कलेक्टर अंकित अस्थाना ने 11 जून की बैठक में डीएफओ को राजघाट व अल्लाबेली पुलिस चौकी के बीच रास्ता अवरुद्ध करने, अतिरिक्त कंपनी को राजघाट पर तैनात करने सहित तमाम निर्देश दिए थे। बैठक में एसपी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। लेकिन कलेक्टर के निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है, डीएफओ द्वारा आज दिनांक तक कोई कार्रवाई की है। वहीं बारिश से पूर्व रेत को डंप करने के लिए माफिया ने पूरी ताकत झोंक दी है।
ऐसे कर रहा था माफिया निगरानी
माफिया के लोग पूरी तैयारी के साथ निगरानी कर रहे थे। राजघाट के पुराने के नीचे अवैध उत्खनन चल रहा था और पुल के ऊपर म प्र की सीमा में तीन कार व कुछ बाइक और धौलपुर की सीमा में जीप में बैठकर माफिया के लोग निगरानी कर रहे थे। चौकसी ऐसी कि वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
जानिए: टास्क फोर्स बैठक में दिए निर्देश
राजघाट से अल्लाबेली चौकी तक रास्ता अवरुद्ध किया जाए, जिससे रेत के वाहनों को रोका जाए।
वन विभाग को जो अतिरिक्त कंपनी मिली है, उनकी फोर्स के ज्यादा से ज्यादा जवान राजघाट पर तैनात किए जाएं।
ड्रोन ट्रेकिंग की लॉगबुक संधारित खनिज विभाग करे।
अलावेली के पीछे घाट के रास्ते को बंद करवाए जाएं।
घाट के पहले बड़े मैदान को समतल करवाया जाए। 06 घाटों चिन्नोनी, देवगढ़, झुंडपुरा, राजघाट, हरिगिरी, भानपुरा पर लगातार कार्रवाई करे।
ऐसे ट्रैक्टर-ट्रॉली जो कृषि कार्य में संलग्न नहीं हैं, निश्चित ही उनसे रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है, उनकी फिटनेस निरस्त कर उन्हें बंद कराया जाए।
स्थिति ठीक नहीं हैं, डीएफओ से बात करेंगे
डीएफओ को टास्क फोर्स की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि जो एक्स्ट्रा कंपनी मिली है, उसको पूरी तरह चंबल राजघाट पर तैनात करना था, लेकिन उन्होंने निर्देशों की अवहेलना की है, यह स्थिति ठीक नहीं हैं। डीएफओ बात करके राजघाट पर डिप्लायमेंट करेंगे।