Guna News: गुना जिले में बिजली उपभोक्ताओं के साथ हो रही बिलिंग की गड़बड़ियों ने आम लोगों को हैरान और परेशान कर रखा है। जिले के कुशमौदा और बांसखेड़ी क्षेत्र से सामने आए दो मामलों ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कभी लाखों का बिल भेजना तो कभी यूनिट कम होने के बावजूद भारी रकम वसूलना उपभोक्ताओं की परेशानी का सबब बन गया है।
Smart Meter Bill: केस 01: गुना जिले के कुशमौदा क्षेत्र निवासी अशोक सिंह अहिरवार का बिजली बिल देखकर इलाके में हड़कंप मच गया। अशोक सिंह ने बताया कि उन्होंने बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर को लगवाने से मना कर दिया था जिसके कुछ ही दिनों बाद उनके घर पर 6,72,644 रुपये का बिल थमा दिया गया। अशोक सिंह ने इस बिल को देखकर होश खो दिए। उन्होंने तत्काल सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई और बिजली विभाग को भी लिखित आवेदन दिया। शिकायत के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने मामला संज्ञान में लेते ही कार्रवाई करते हुए बिल की जांच की और कुछ ही दिनों में संशोधित कर 312 रुपये कर दिया। अशोक सिंह अहिरवार ने कहा की मैंने स्मार्ट मीटर लगवाने से मना किया था। उसके बाद अचानक इतना बड़ा बिल आया जिससे मैं बुरी तरह घबरा गया। शिकायत करने पर ही मेरी सुनवाई हुई। Guna News
Smart Meter Bill: केस 02: गुना के बांसखेड़ी क्षेत्र निवासी घनश्याम का मामला भी कम चौंकाने वाला नहीं है। घनश्याम ने पिछले महीने 293 यूनिट बिजली की खपत की, जिसके एवज में उन्होंने 2,550 रुपये का बिल जमा किया। इस माह उन्होंने केवल 265 यूनिट बिजली उपयोग की लेकिन फिर भी उनका बिल 2,500 रुपये से ऊपर का आ गया। परेशान होकर घनश्याम ने बिजली विभाग के दफ्तर के कई चक्कर लगाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि बिजली की खपत लगातार कम हो रही है, लेकिन बिल उतना ही या उससे भी ज्यादा आ रहा है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह लिपकीय त्रुटि है और इसका जल्द सुधार कर दिया जाएगा। हालांकि, उपभोक्ताओं का भरोसा अब विभाग की बातों पर नहीं रह गया है। घनश्याम ने बताय की कम बिजली जलाने पर भी जब बिल ज्यादा आता है, तो समझ नहीं आता कि गलती कहां है। विभाग बस कहता है कि सुधार हो जाएगा लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। Guna News
स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल क्यों आता है?
स्मार्ट मीटर से ज्यादा बिल आने के पीछे गलत रीडिंग, डेटा एरर या तकनीकी गड़बड़ी हो सकती है। ऐसे में तुरंत बिजली विभाग में शिकायत करें।
अगर बिजली यूनिट कम है, फिर भी बिल ज्यादा क्यों आया?
यह बिजली बिल गड़बड़ी का मामला हो सकता है। कभी-कभी यूनिट दर्ज करने में गलती होती है या पुराना बकाया जुड़ जाता है। लिखित शिकायत करना जरूरी है।
क्या स्मार्ट मीटर लगवाना जरूरी है?
फिलहाल सरकार स्मार्ट मीटर को बढ़ावा दे रही है, लेकिन उपभोक्ता की सहमति जरूरी होती है। स्मार्ट मीटर से जुड़ी शिकायत पर आप हेल्पलाइन या फील्ड ऑफिस में अपील कर सकते हैं।
बिजली बिल गड़बड़ी की शिकायत कहां करें?
आप 1912 पर कॉल कर सकते हैं या सीएम हेल्पलाइन नंबर (181) पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ ही नजदीकी बिजली कार्यालय में लिखित आवेदन देना भी प्रभावी होता है।
शिकायत करने के बाद भी सुनवाई न हो तो क्या करें?
ऐसी स्थिति में आप लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत विभागीय उच्चाधिकारियों या जिला कलेक्टर कार्यालय में अपील कर सकते हैं।