भोपाल: Bhopal News, राजधानी भोपाल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां फर्जी दस्तावेजों के जरिए वर्षों से भोपाल में रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक की पहचान उजागर हुई है। आरोपी अब्दुल, जो किन्नर समुदाय में “नेहा” के नाम से जाना जाता था, पिछले 8 वर्षों से बुधवारा क्षेत्र में अन्य किन्नरों के साथ रह रहा था।
तलैया पुलिस द्वारा की जा रही जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि अब्दुल उर्फ नेहा असल में एक बांग्लादेशी नागरिक है, जो करीब 11 साल पहले अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करके रह रहा है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि वह 3 साल तक मुंबई में रहा, इसके बाद भोपाल आकर यहां के किन्नर समुदाय में घुल मिल गया और अपनी असली पहचान छुपाकर रहने लगा।
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भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद
Bhopal News, इस मामले में बड़ा मोड़ तब आया जब पुलिस को उसके पास से भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए। दस्तावेजों के जरिए वह खुद को भारतीय नागरिक बताने में सफल रहा। पुलिस को शक है कि इन दस्तावेजों को स्थानीय मदद से तैयार कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, अब्दुल बीच में एक बार बांग्लादेश भी गया था और वहां से फिर भारत लौटा। पासपोर्ट कैसे बना, किन दस्तावेजों के आधार पर उसे जारी किया गया? इन तमाम पहलुओं की जांच की जा रही है।
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देश में अवैध रूप से रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज
भोपाल पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों को सूचित कर दिया है। साथ ही यह भी आशंका जताई जा रही है कि आरोपी किसी संदिग्ध नेटवर्क या स्लीपर सेल से जुड़ा हो सकता है। इसलिए सुरक्षा एजेंसियां अब उसके संपर्कों की भी पड़ताल कर रही हैं।
फिलहाल तलैया थाना पुलिस ने अब्दुल उर्फ नेहा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और उसके खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने व देश में अवैध रूप से रहने के आरोप में एफआईआर दर्ज की जा रही है। मामले से जुड़े कई और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है। पुलिस व जांच एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से लेकर हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही हैं।