NCL Singrauli: सिंगरौली (Singrauli) में कोल इंडिया लिमिटेड (coal india limited) की अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, यानी मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) स्थित है और इस कम्पनी पहली महिला खनन इंजीनियर ने ज्वाइन किया हैं। ये पहली महिला खनन इंजीनियर (first woman mining engineer) सुश्री प्रमिला हैं।
जिन्हे मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की जयंत परियोजना (Jayant Project) में पदस्थ किया गया है। महिला माइनिंग इंजीनियर (woman mining engineer)सुश्री प्रमिला मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की ओपनकास्ट खदानों में काम करने वाली पहली महिला खनन इंजीनियर हैं। वह भिलाई, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की रहने वाली प्रमिला ने एनआईटी (NIT), रायपुर से खनन में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की हैं । वह जून माह के अंतिम सप्ताह में मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) परिवार का हिस्सा बनी हैं।
खनन (Mining) क्षेत्र में अपने अनुभवों को साझा करते हुए सुश्री प्रमिला कहती हैं कि खनन (mining) एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है लेकिन वह चुनौतियों को अवसर मानती हैं और नयी-नयी चीजें सीखने और नवाचार के प्रति रुचि उन्हें खदान क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित करता है।
अनुभवों को की साझा
उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड में काम करना उनके लिए बेहद गर्व की बात है क्योंकि वह देश की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान दे रही हैं। मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) में अपने ताजा अनुभवों को साझा करते हुए मिस प्रमिला ने कहा कि वह प्रबंधन द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) शीर्ष प्रबंधन सहित अपने वरिष्ठ अधिकारियों एवम् सहकर्मियों के सहयोगपूर्ण रवैये से बेहद खुश हैं । अपने कार्यस्थल को सौहार्दपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) की अच्छी कार्य संस्कृति उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है।
महिलाओ के लिए सन्देश
मिनीरत्न एनसीएल (Miniratna NCL) में कार्यरत सुश्री प्रमिला अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को देते हुए कहती हैं कि उनके निरंतर मार्गदर्शन ने ही उन्हें (सुश्री प्रमिला) अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। खनन उद्योग में अपने करियर को आगे बढ़ाने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को अपना संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि खनन एक चुनौतीपूर्ण परंतु सुरक्षित क्षेत्र है। खनन क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा हाल के वर्षों में लाये गये महिला अनुकूल विधिक बदलाव इसे एक आकर्षक रोजगार बना रहा है। अगर अधिक से अधिक महिलाएं खनन क्षेत्र में काम करेंगी तो इससे लिंग रूढ़िवादिता में उल्लेखनीय कमी आएगी और यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।
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